शिकायत मौत से नहीं अपनों से थी मुझे
जरा सी आँख बंद क्या हुई वो कब्र खोदने लगे
एक मुर्दे ने क्या खूब कहा है,
ये जो मेरी मौत पर रो रहे है, अभी उठ जाऊं तो जीने नहीं देंगे.
शिकायत मौत से नहीं अपनों से थी मुझे
जरा सी आँख बंद क्या हुई वो कब्र खोदने लगे
एक मुर्दे ने क्या खूब कहा है,
ये जो मेरी मौत पर रो रहे है, अभी उठ जाऊं तो जीने नहीं देंगे.