मरने के बाद उपर स्वर्ग या नर्क में जाओगे
ऐसा कुछ नहीं है क्यों की इधर इस दुनिया में ही स्वर्ग और नर्क है. आप के अच्छे कर्म आप को स्वर्ग का अहसास इधर इस दुनिया में ही करवाता है और अगर अच्छे कर्म नहीं किये है तो नर्क की सेर भी इधर ही करोगे।
अच्छा कर्म उसको नहीं कहते जिसे तुम अच्छा कर्म मानो। अच्छा कर्म उसे कहते है जिसमे लोगो का भला हो. कोई भी कर्म आप के लिए अच्छा हो सकता है लेकिन उस कर्म से किसी को हानि पहुंचे तो वो अच्छा नहीं है.
ये मेरा मानना है.